पीएम मोदी का बांग्लादेश दौरा: ढाका पहुंचे पीएम मोदी, शेख हसीना ने किया भव्य स्वागत

ढाका। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 महीने बाद अपने पहले विदेश दौरे के लिए बांग्लादेश (PM Modi Bangladesh visit) पहुंच गए हैं। अपने दो दिवसीय दौरे पर ढाका पहुंचे पीएम मोदी का बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) ने हवाईअड्डे पर स्वागत किया। बता दें कि बांग्लादेश की आजादी की 50वीं वर्षगांठ का जश्न मनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी बांग्लादेश (PM Modi Bangladesh visit) पहुंचे हैं।
A special visit begins with a special gesture.
— PMO India (@PMOIndia) March 26, 2021
PM Sheikh Hasina welcomes PM @narendramodi at Dhaka airport. pic.twitter.com/5zyKWpIepv
बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस के साथ ही बांग्लादेश के जनक शेख मुजीबुर रहमान की जन्मशती भी है। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi Bangladesh visit) राष्ट्रपति अब्दुल हामिद से मुलाकात करेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ढाका और जलपाईगुड़ी के बीच सीधी ट्रेन के संचालन को हरी झंडी दे सकते हैं।
क्या बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी अपनी बांग्लादेश यात्रा (PM Modi Bangladesh visit) के दौरान पड़ोसी देश के साथ सहयोग को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री ने गुरुवार को कहा था कि वह यात्रा के दौरान बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने खुशी जताई कि कोविड-19 महामारी की शुरुआत के बाद उनका पहला विदेशी दौरा एक करीबी पड़ोसी देश में होगा, जिसके साथ भारत के गहरे संबंध हैं।
शेख हसीना ने किया ये आग्रह
पीएम मोदी की बांग्लादेश यात्रा (PM Modi Bangladesh visit) से पहले बांग्लादेश की प्रधानमंत्री (Sheikh Hasina) ने गुरुवार को अपने देश के लोगों से आग्रह किया कि वे आपसी मतभेदों को दूर करें और एक 'समृद्ध एवं गैर-सांप्रदायिक' बांग्लादेश के लिए काम करें। हसीना (Sheikh Hasina) ने देश की स्वतंत्रता की स्वर्ण जयंती की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि बांग्लादेश के लोगों को राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के सपनों के अनुरूप एवं 1971 के स्वतंत्रता संग्राम से प्रेरित होकर राष्ट्र निर्माण के अपने प्रयासों को नया स्वरूप देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश के भीतर और बाहर स्वतंत्रता विरोधी ताकतों ने बांग्लादेश की प्रगति में अड़ंगा लगाने के लिए अनेक षड्यंत्र किए हैं। हसीना (Sheikh Hasina) ने कहा, ये (षड्यंत्र) अब भी जारी हैं, इसलिए हम सभी को सतर्क रहना होगा और देशविरोधी गतिविधियों का मुकाबला करना होगा। उल्लेखनीय है कि 1971 में भारत की मदद से लड़े गए बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में जीत के बाद पाकिस्तान से अलग होकर बांग्लादेश एक अलग देश के रूप में अस्तित्व में आया था। हसीना ने कहा, हमें सभी मतभेदों को भुला देना चाहिए और एक 'समृद्ध एवं गैर-सांप्रदायिक' बांग्लादेश के लिए काम करना चाहिए।